Diabetic foot ulcer Treatment


डायबीटिक फुट अल्सर क्या है
डायबीटिक फुट अल्सर में, जो मरीज मधुमेह से पीड़ित रहते हैं, उनके पैरों में जख्म बन जाता है, यह जख्म बहुत लंबे समय तक ठीक नहीं हो पाता, यह जख्म सुखा या गीला किसी भी प्रकार का हो सकता है, बदबू भी आ सकता है या उसमें पानी पानी सा रिसाव होता रहता है, जख्म में थोड़ी बदबू भी रहती है
डायबीटिक फुट अल्सर के कारण
डायबीटिक फुट अल्सर के मुख्य कारण में से शुगर का कंट्रोल में ना रहना है, साथ ही साथ पैरों में रक्त का बहाव कम होने की वजह से, जख्म लंबे समय तक नहीं सुख पाता, पैरों में सूजन या सुन्नपन भी आ जाता है, सुन्नपन होने की वजह से मरीज के पैरों में जो चोट लगती है वह पता नहीं लगता, धीरे-धीरे वह जख्म का रूप ले लेता है
इलाज
डायबीटिक फुट अल्सर के मरीजों को अपने पैरों पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है, इसमें पैरों की साफ सफाई जरूरी होती है, इसमें मरीज के पैरों में अगर कोई जख्म बनता है तो शुरुआत से ही उसे पर ध्यान देना जरूरी होता है नहीं तो वह धीरे-धीरे बढ़कर गंभीर रूप ले लेता है, इसमें डॉक्टर से मिलकर शुगर को कंट्रोल करने का प्रयास करना चाहिए, पैरों की साफ सफाई पर पूरा ध्यान देना चाहिए, जूता का चयन ऐसा होना चाहिए जिसमें वह आपके पैरों पर दबाव न बनाएं, और लंबे समय तक ऐसे जख्म को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए