


वेरीकोज वेन्स क्या है
वेरीकोज वेइंस में नसों के अंदर सूजन आ जाती है नसों के अंदर गुच्छा गुच्छा सा बन जाता है, लंबे समय तक जो व्यक्ति खड़े होकर काम करते हैं उनके पैरों में रक्त संचार का गुरुत्वाकर्षण ज्यादातर नीचे की तरफ रहता है, जिससे पैरों में भारीपन आना पैरों में सूजन रहना, पैरों की मांसपेशियों में थोड़ा या ज्यादा दर्द बना रहना, एक आम समस्या बनी रहती है
वेरीकोज वेन्स होने की वजह से पैरों में सूजन, दर्द, नसों का गुच्छा बनना, पैरों में रक्त संचार कम होने की वजह से, पैरों में जख्म बन जाते हैं, जो कि लंबे समय तक ठीक नहीं हो पाए, यह धीरे-धीरे बढ़ते चले जाते हैं उसमें पस भी हो जाता है, जख्म गीला होकर उसे दुर्गंध भी आती है, इस बीमारी में ज्यादातर जख्म पैरों के टखने के आसपास या टखने से थोड़ा ऊपर होता है
इसके लक्षण
पैरों में सूजन सुन्नपन एवं रक्त संचार कम होने की वजह से कभी-कभी दर्द कम भी महसूस होता है या दर्द नहीं भी रहता है पर ऐसा कम ही होता है,
इसमें जख्म धीरे-धीरे फैलता है, थोड़ा बड़ा रूप भी ले लेता है जख्म में दर्द एवं जलन काफी होने लगता है, साफ सफाई एवं नियमित पट्टी होने के बावजूद भी कितनी बार जख्म नहीं सूखता है, जख्म की जगह से बहुत तेजी से रक्त भी निकलता है, जो बहुत ही मुश्किल से रुक पाता है

इसका उपचार
इसके उपचार में सर्वप्रथम जख्म की साफ सफाई बहुत जरूरी होती है, चिकित्सक से मिलकर दवाइयां लेना जरूरी होता है, कितनी बार रक्त संचार को ठीक करने के लिए डॉक्टर सर्जरी का भी सलाह देते हैं, और पैरों में पहनने की ऊंची जुराब जिसे स्टॉकिंग कहते हैं पहनने की सलाह दी जाती है, रात में सोते वक्त पैरों के नीचे तकिया लगा कर पैरों को ऊंचा रखकर सोना भी अच्छा रहता है
यह एक गंभीर बीमारी है जो धीरे-धीरे काफी तकलीफ देती है, इस बीमारी में चिकित्सक से मिलकर सही उपचार लेना बहुत जरूरी है